Monday, February 21, 2011

Think about it...

Wednesday, February 9, 2011

Review of mirch masala (1985 ) in Gujarati...

क्या यह सही है?

पिछले दो दिनों से सुर्खीयो में छाई रहने वाली मायावती के जूतों वाली बात ने एक बार फिर से पुलिस को राजकारणीओ का गुलाम साबित किया है| और एक बार फिर से यह सच उजागर हुआ है की, राजकारणी भी अपने सता के मद में कितने मस्त है की अपने कार्य से विमुख तो वे है ही लेकिन साथ में अब दुसरो का मान सन्मान भी भूल गए है| और यह कोई पहला किस्सा नहीं है जहाँ किसी सरकारी अधिकारी ने नेता के लिए स्तर से नीचे गीर कर काम किया हो|  जब नारायण दत्त तिवारी उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री थे तब उन्होंने एक सार्वजनिक सभा में संजय गाँधी की चप्पल उठाई थी पर जिसने चप्पल उठाई वो राजनीति में उठता ही चला गया| आख़िर १० जनपथ में सभी बड़े से बड़े कांग्रेसी नेता (जिनमे प्रधानमंत्री भी हैं) यही तो करते हैं| अभी थोड़े समय पहले गुजरात के मुख्यामंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में एक कलेक्टर ने उनके पैर छु कर अपने स्तर को नीचा कीया था|
ऐसे देखने को जाये तो बहुत से किस्से आप की नजर के सामने आयेंगे| लेकिन क्या यही कार्य रह गया है उच्च सरकारी अधिकारियो का, की वो नेताओ के जूते साफ़ करे, या फिर उनके तलुए चाटे| भारत में जहाँ आज भी ७० प्रतिशत लोगो को मुलभुत सुविधाए उपलब्ध नहीं है, जहाँ आज भी ४५ प्रतिशत बच्चे शिक्षा से वंचित है, जहाँ आज भी ३३,००० के करीब गावों में बिजली, पानी और स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वह क्या राजकारणीओ का और उच्च अधिकारिओ का यह बर्ताव जायज है?
मुझे तो यह सवाल सब से ज्यादा सताता है| आप का इस पर क्या कहना है कृपया मेरे ब्लॉग पर प्रतिभाव देकर मुझे अवगत करे|

Sunday, February 6, 2011

ग्लोबल बर्ड वोचिंग कोंफेरन्स का खिजदिया में समापन (25 to 27 नवम्बर )

गुजरात के जामनगर जिले में खिजदिया बर्ड  सेंचुरी के प्रचार के लिए गुजरात सरकार ने 3 दिन का एक कार्यक्रम आयोजित किया है | इस कार्यक्रम का नाम ग्लोबल बर्ड  वोचर्स कॉन्फरन्स  दिया गया है | इस कॉन्फरन्स में २०० से जयादा विदेशी और भारतीय पक्षी विडो  भाग ले रहे है |
 
गुरुवार को राज्य के प्रवासन मंत्री जयनारायण व्यास ने इसे खुला रखा | श्री व्यास ने अपने प्रासंगिक प्रवचन में बताया की , गुजरात में विदेशी पक्षियों   के लिए अनुकूल वातावरण और जगह मोजूद है | गुजरात में 526  से जयादा विदेशी पक्षियों की जातीय देखनो को मिलती है | इतनी सारी जातीय एक साथ शायद ही कही और जगह दिखाई देती होगी | इस बजह से पक्षियों के लिए संसोधन करने वाले लोगो के लिए ऐसी जगह हमेशा मदद पसंदीदा जगह होती है | यह  कॉन्फरन्स राज्य के प्रवासन को बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम है | भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रम करके गुजरात की वन्य जीव श्रुष्टी की और प्रवासियों को आकर्षित करने के लिए और नए कदम राज्य सरकार उठाएगी |
 
इस कार्यक्रम में जामनगर के राजीव शत्रुशायाल्जी ने खिजदिया की जीव श्रुष्टी  के बारे में अपने अनुभव लोगो के साथ बांटे |

तीन  दिनों तक चलने वाली इस कॉन्फरन्स का आज आखरी दिन है| इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रशाशन ने काफी मेहनत की और पख्सी प्रेमियों का लोरदार स्वागत किया गया |